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भारत में 7 मई को मॉक ड्रिल: Delhi, Lucknow और अन्य शहरों में ब्लैकआउट और एयर रेड सायरन से सुरक्षा तैयारियों की परीक्षा

Posted: Tue May 06, 2025 4:54 pm
by LinkBlogs
भारत में 7 मई, 2025 को एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और समन्वय का परीक्षण करना है। इस अभ्यास में Delhi, Lucknow, Gorakhpur और Prayagraj जैसे प्रमुख शहरों में विभिन्न परिदृश्यों का अनुकरण किया जाएगा, जिसमें ब्लैकआउट, एयर रेड सायरन, आतंकवादी हमलों और प्राकृतिक आपदाओं की स्थितियाँ शामिल हैं।

Delhi में, हाल ही में स्कूलों को मिली बम धमकी की घटनाओं के बाद, सुरक्षा बलों ने स्कूलों, हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों और सरकारी भवनों में मॉक ड्रिल्स आयोजित की हैं, ताकि आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं का मूल्यांकन किया जा सके।

Lucknow में, 'Gandiv-V' नामक मॉक ड्रिल के तहत NSG, UP ATS और Lucknow Police ने संयुक्त रूप से आठ उच्च-सुरक्षा स्थलों पर आतंकवादी हमलों का अनुकरण किया, जिसमें 45 'आतंकवादियों' को 'निष्क्रिय' किया गया और कई 'गिरफ्तार' किए गए।

Gorakhpur में, दिसंबर में एक ब्लैकआउट मॉक ड्रिल की योजना बनाई गई है, जिसमें विद्युत आपूर्ति को बंद कर वायु सेना के हमले के दौरान बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा।

Prayagraj में, Maha Kumbh 2025 के मद्देनजर, Sangam और Phaphamau Junction पर आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल्स आयोजित की गई हैं, जिसमें NDRF, Fire Brigade और Railway Protection Force जैसे विभिन्न विभागों ने भाग लिया।

इन मॉक ड्रिल्स का उद्देश्य विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करना और नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में उचित प्रतिक्रिया के लिए तैयार करना है।

Re: भारत में 7 मई को मॉक ड्रिल: Delhi, Lucknow और अन्य शहरों में ब्लैकआउट और एयर रेड सायरन से सुरक्षा तैयारियों की परीक्

Posted: Fri May 09, 2025 5:31 pm
by johny888
यह मॉक ड्रिल्स एक महत्वपूर्ण कदम था ताकि आपातकालीन स्थितियों में हमारी सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और समन्वय को बेहतर किया जा सके। नागरिकों को ऐसी घटनाओं के लिए मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए ताकि जब भी कोई आपात स्थिति उत्पन्न हो, वे सही तरीके से प्रतिक्रिया कर सकें। इस तरह के अभ्यासों से न केवल सुरक्षा बलों को बल मिलता है, बल्कि आम लोगों को भी यह समझने का मौका मिलता है कि उन्हें किन परिस्थितियों में क्या करना चाहिए।