यह प्रश्न आज के नवयुवक यूतियों में एक शोध का विषय बना हुआ है। अगर वैचारिक दृष्टि से देखा जाए तो हर किसी को क्या चाहिए होता है इस बात को तवज्जो देना ज्यादा अहम होता है जैसे की थाली में रखे हुए खाने से OP दिखाना चाहते हैं।
मुझे लगता है लव कम अरेंज एक अच्छी वैवाहिक जीवन के लिए उचित होता है जिसमें परिवारों का संक्षेप भी बराबर होता है। आजकल अंग्रेजी की दुनिया में एक एटीट्यूड शब्द आ गया है जो लोग स्टिकर लगाकर अपने दिलों में बसा रखे हैं।
हमारे सहायक पोस्ट करता कृतिका जी इसके बारे में शायद काफी अच्छे से बता पाएंगे जिनके पुरुष मित्र मेरे कई बार कहने पर कुंडली पलट देने की बात करते हैं जो की काफी वैचारिक मतभेद और सहिष्णुता को प्रदर्शित करता है
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
भाई खाना तो वही खाना चाहिए जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो यह फास्ट फूड खाकर तो बीमारी को न्योता देना ही है। अब आप चाहे सिंगल हो या वैवाहिक स्वास्थ्य का ख्याल तो अच्छा खाना खाकर ही रखा जा सकता है। इसीलिए फास्ट फूड को छोड़कर हेल्दी खा लो वरना खाने से ज्यादा दवाइयां पर पैसे खर्च करते रहो।
लव हो या अरेंज बस दिल मिलने की बात होती है जरूरी नहीं है लव मेरी शादी इंसान करें तो वह खाना ना बन पाए अरेंज मैरिज वाले भी ऐसे होते खाना नहीं बना पाए एक दूसरे की फीलिंग हो तो दोनों ही अच्छे हैं
Sarita wrote: Wed Dec 04, 2024 8:07 pm
लव हो या अरेंज बस दिल मिलने की बात होती है जरूरी नहीं है लव मेरी शादी इंसान करें तो वह खाना ना बन पाए अरेंज मैरिज वाले भी ऐसे होते खाना नहीं बना पाए एक दूसरे की फीलिंग हो तो दोनों ही अच्छे हैं
सही दिल मिलने की बात है शादी चाहे अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज उसको हम एंजॉय तभी कर सकते हैं जब हमारी आपस में अच्छी अंडरस्टैंडिंग होगी खाना तो बनाना सीखा भी जा सकता है अभ्यास के साथ लेकिन आपसी अंडरस्टैंडिंग यह तो किस्मत की बातें हैं और किस्मत खरीदी नहीं जा सकती
manish.bryan wrote: Fri Oct 11, 2024 8:30 am
यह प्रश्न आज के नवयुवक यूतियों में एक शोध का विषय बना हुआ है। अगर वैचारिक दृष्टि से देखा जाए तो हर किसी को क्या चाहिए होता है इस बात को तवज्जो देना ज्यादा अहम होता है जैसे की थाली में रखे हुए खाने से OP दिखाना चाहते हैं।
मुझे लगता है लव कम अरेंज एक अच्छी वैवाहिक जीवन के लिए उचित होता है जिसमें परिवारों का संक्षेप भी बराबर होता है। आजकल अंग्रेजी की दुनिया में एक एटीट्यूड शब्द आ गया है जो लोग स्टिकर लगाकर अपने दिलों में बसा रखे हैं।
हमारे सहायक पोस्ट करता कृतिका जी इसके बारे में शायद काफी अच्छे से बता पाएंगे जिनके पुरुष मित्र मेरे कई बार कहने पर कुंडली पलट देने की बात करते हैं जो की काफी वैचारिक मतभेद और सहिष्णुता को प्रदर्शित करता है
मैं आपकी बात से शत प्रतिशत सहमत हूं कि लव कम अरेंज एक उचित विकल्प हो सकता है। क्योंकि सबसे ज्यादा जरूरी जो चीज है वह आपसे अंडरस्टैंडिंग होनी चाहिए जहां पर आपसी अंडरस्टैंडिंग है वहां पर प्यार भी है और जहां प्यार है वहां दुनिया के सारे सुख हैं। खाना अपने आप ही अच्छा लगने लगता है जब प्यार से बनाया और परोसा गया हो।
manish.bryan wrote: Fri Oct 11, 2024 8:30 am
यह प्रश्न आज के नवयुवक यूतियों में एक शोध का विषय बना हुआ है। अगर वैचारिक दृष्टि से देखा जाए तो हर किसी को क्या चाहिए होता है इस बात को तवज्जो देना ज्यादा अहम होता है जैसे की थाली में रखे हुए खाने से OP दिखाना चाहते हैं।
मुझे लगता है लव कम अरेंज एक अच्छी वैवाहिक जीवन के लिए उचित होता है जिसमें परिवारों का संक्षेप भी बराबर होता है। आजकल अंग्रेजी की दुनिया में एक एटीट्यूड शब्द आ गया है जो लोग स्टिकर लगाकर अपने दिलों में बसा रखे हैं।
हमारे सहायक पोस्ट करता कृतिका जी इसके बारे में शायद काफी अच्छे से बता पाएंगे जिनके पुरुष मित्र मेरे कई बार कहने पर कुंडली पलट देने की बात करते हैं जो की काफी वैचारिक मतभेद और सहिष्णुता को प्रदर्शित करता है
"लव कम अरेंज" एक ऐसा संतुलित मॉडल है जिसमें भावनाओं की गहराई और परिवारों की सहमति दोनों का अद्भुत मेल होता है। इसमें जहां एक ओर दो दिलों का जुड़ाव होता है, वहीं दूसरी ओर दोनों परिवारों की साझेदारी से रिश्ते को मजबूती मिलती है। आजकल एटीट्यूड दिखाने का चलन जरूर बढ़ा है, लेकिन असल में अच्छे रिश्ते एटीट्यूड से नहीं, समझदारी, और सम्मान से चलते हैं।