40 साल पहले, 1984 में भोपाल गैस त्रासदी ने पूरे देश और दुनिया को हिला कर रख दिया था। इस दुर्घटना में हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग प्रभावित हुए थे। यह हादसा यूनियन कार्बाइड के कारखाने से हुई जहरीली गैस लीक की वजह से हुआ था, जो भोपाल के आसपास के इलाकों में फैली और कई लोगों की जान ले ली। इसके बाद, इस क्षेत्र में भारी मात्रा में विषैला कचरा जमा हो गया, जो अब तक साफ नहीं हो पाया था।
अब, 40 साल बाद, भोपाल ने आखिरकार इस विषैले कचरे को साफ करने में सफलता प्राप्त की है। इस कचरे में डाइऑक्सिन और अन्य जहरीले रसायन थे, जो लंबे समय तक पर्यावरण और लोगों की सेहत के लिए खतरा बने हुए थे। अधिकारियों ने इसे सुरक्षित तरीके से नष्ट करने का काम शुरू किया और अब इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।
यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इसके बाद भोपाल के नागरिकों के स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम होगा। साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी एक राहत की खबर है। यह कदम गैस त्रासदी के बाद सुधार और न्याय की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद: शहर ने आखिरकार विषैला कचरा साफ किया
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Re: भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद: शहर ने आखिरकार विषैला कचरा साफ किया
1984 से, Indian और American अदालतों में कई legal cases दर्ज किए गए हैं, जिनमें मृतकों के लिए compensation claims से लेकर toxic waste के निपटान तक शामिल हैं। Scientific reports, जिनमें pollution control boards की reports भी शामिल हैं, ने पानी के contamination में waste की भूमिका की पुष्टि की, जिससे इसे एक foolproof process के तहत कहीं और incinerate करना आवश्यक हो गया।
पहली petition waste removal के लिए August 2004 में Madhya Pradesh High Court में दायर की गई थी, disaster के दो दशक बाद। फिर भी, धीली legal प्रक्रिया और administrative delays ने इस timeline को 40 साल तक खींच दिया।
High Court ने अंततः December 2024 में एक सख्त रुख अपनाया, और state government को निर्देश दिया कि waste को चार सप्ताह के भीतर shift किया जाए। यह historic relocation process की शुरुआत थी।
पहली petition waste removal के लिए August 2004 में Madhya Pradesh High Court में दायर की गई थी, disaster के दो दशक बाद। फिर भी, धीली legal प्रक्रिया और administrative delays ने इस timeline को 40 साल तक खींच दिया।
High Court ने अंततः December 2024 में एक सख्त रुख अपनाया, और state government को निर्देश दिया कि waste को चार सप्ताह के भीतर shift किया जाए। यह historic relocation process की शुरुआत थी।
Re: भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद: शहर ने आखिरकार विषैला कचरा साफ किया
भोपाल में 40 साल पुराना जहरीला कचरा साफ होना एक बहुत बड़ी और खुश करने वाली खबर है। यह काम न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि उन लोगों के लिए भी राहत भरा है जो इतने सालों से इसका असर झेल रहे थे। यह दिखाता है कि अगर सरकार और अधिकारी ठान लें, तो कोई भी मुश्किल काम किया जा सकता है।Stayalive wrote: Wed Apr 09, 2025 6:59 pm 40 साल पहले, 1984 में भोपाल गैस त्रासदी ने पूरे देश और दुनिया को हिला कर रख दिया था। इस दुर्घटना में हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग प्रभावित हुए थे। यह हादसा यूनियन कार्बाइड के कारखाने से हुई जहरीली गैस लीक की वजह से हुआ था, जो भोपाल के आसपास के इलाकों में फैली और कई लोगों की जान ले ली। इसके बाद, इस क्षेत्र में भारी मात्रा में विषैला कचरा जमा हो गया, जो अब तक साफ नहीं हो पाया था।
अब, 40 साल बाद, भोपाल ने आखिरकार इस विषैले कचरे को साफ करने में सफलता प्राप्त की है। इस कचरे में डाइऑक्सिन और अन्य जहरीले रसायन थे, जो लंबे समय तक पर्यावरण और लोगों की सेहत के लिए खतरा बने हुए थे। अधिकारियों ने इसे सुरक्षित तरीके से नष्ट करने का काम शुरू किया और अब इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।
यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इसके बाद भोपाल के नागरिकों के स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम होगा। साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी एक राहत की खबर है। यह कदम गैस त्रासदी के बाद सुधार और न्याय की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।