Source: https://www.dnaindia.com/hindi/educatio ... ge-4148777यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. इसमें हजारों उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों जैसे कुछ प्रतिष्ठित पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने वाले अधिकांश उम्मीदवार मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि से आते हैं. लेकिन देश का एक संस्थान ऐसा भी है जो सबसे अधिक संख्या में सिविल सेवकों को तैयार करता है. लेकिन अगर आप इस इंस्टीट्यूट को जेएनयू या डीयू समझने की भूल कर रहे हैं तो आप गलत हैं.
आईआईटी कानपुर है यूपीएससी की फैक्ट्री
दरअसल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी आईआईटी कानपुर भारत में यूपीएससी की फैक्ट्री है. IIT कानपुर के छात्रों ने UPSC CSE में अधिक संख्या में सफलता पाने का रिकॉर्ड बनाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईआईटी कानपुर के 600 से अधिक छात्रों ने सफलतापूर्वक यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की है और सिविल सेवक बनकर देश की सेवा कर रहे हैं. इसके अलावा इस इंस्टीट्यूट के कई दूसरे स्टूडेंट्स ने दूसरी सरकारी परीक्षाएं पास की हैं. इस वजह से IIT कानपुर तकनीकी और प्रशासनिक दोनों ही क्षेत्रों में प्रतिभाओं का केंद्र बन गया है.
आदित्य श्रीवास्तव ने यहीं से किया है बीटेक
यूपीएससी की परीक्षा पास करने का यह ट्रेंड साल 2023 में भी जारी रहा जब आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र आदित्य श्रीवास्तव ने यूपीएससी सीएसई में अखिल भारतीय रैंक (AIR) 1 हासिल की.लखनऊ के रहने वाले श्रीवास्तव ने प्रतिष्ठित संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमटेक की डिग्री हासिल की है. उनकी सफलता ने टॉप रैंकिंग वाले सिविल सेवकों को तैयार करने में आईआईटी कानपुर की प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है.
साल 1959 में स्थापित आईआईटी कानपुर उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है. यह लगातार भारत के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में शुमार रहा है. इस संस्थान के पूर्व छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स की सफलता की लिस्ट काफी प्रभावशाली है.
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भारत के इस कॉलेज को कहते हैं 'UPSC की फैक्ट्री', JNU या DU समझने की न कीजिए भूल!
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Re: भारत के इस कॉलेज को कहते हैं 'UPSC की फैक्ट्री', JNU या DU समझने की न कीजिए भूल!
ये बात तो सही है की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें कड़ी मेहनत, धैर्य और स्मार्ट स्टडी की जरूरत होती है। हर साल लाखों छात्र आवेदन करते हैं, लेकिन केवल कुछ ही सफल होते हैं। मगर जिस प्रकार IIT कानपूर का रिकॉर्ड आपने बताया वो तो काबिले तारीफ़ है क्यों एक तकनीकी इंस्टिट्यूट होने के साथ साथ इस इंस्टिट्यूट से इतने स्टूडेंट्स यूपीएससी जैसे एग्जाम में सफल हुए।