मैं तो विकल्प एक को चुनूंगा क्युकी पास्ट में बहुत बुरा हुआ और बहुत बुरे कर्म भी हो गए हो अगर ो उन्हें सब अच्छे कर्मा में बदलने की कोशिश रहेगी जिससे भविष्य एंड वर्त्तमान ऑटोमेटिकली ठीक हो जायेगा। और जो बिछड़ गया पास्ट में उस कंडीशन को भी चेंज करके अपने को वापस हासिल कर सकूंगा।
विकल्प नंबर एक इस ब्रह्मांड में संभव नहीं है इसके लिए हमें दोबारा आना ही पड़ेगा क्योंकि इस सृष्टि का कुछ नियम कानून भी है तो जो बीत गया उसे बदला नहीं जा सकता है यह निश्चित है।
10 मिलियन डॉलर में अमेरिका से पैसे आने में वहां दुनिया भर का टैक्स लगेगा और भारत 40% लॉटरी जुमन आदि पर काट लेती है साथ में जीएसटी और न जाने दुनिया भर के नियम कानून से होते-होते आपके पास मैच तीन-चार मिलियन डॉलर ही रह जाएंगे जिसमें परिवार मित्र पड़ोसी पर भी दिखावे के लिए आपको पैसे लूटने ही पड़ेंगे क्योंकि आप 10 मिलियन डॉलर जीते हुए हैं तो यह भी एक तरह सेनिरर्थक है।
हां भविष्य के बदलाव के लिए आप स्वयं जिम्मेदार हैं और वह ऐसे भी क्योंकि यह आभासी जीवन है जहां सब कुछ निरंतर अपने हिसाब से ही चल रहा है तो मेरे ख्याल से तीसरा गेट का चुनाव में करूंगा।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
अब जब चुन ने कहा ही गया है तो मैं पहले वाला गेट ही चुनूगे क्योंकि अब हमें पता है कि हमने अतीत में क्या गलतियां की है और हम उन्हें सुधार लेंगे और जब गलतियां सुधर जाएंगी तो वर्तमान भी अच्छा और वर्तमान अच्छा तो भविष्य स्वयं ही अच्छा हो जाएगा।