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हमने देखा है आपकी गणित बहुत अच्छी है। यूपी बोर्ड अच्छी पढ़ाई करवाता है। आपका प्रश्न भी बिल्कुल सही है की जिस भी शख्स ने इन साइंस का आविष्कार किया उसका निजी जीवन से तो कोई लेना देना है ही नहीं वैसे भी कहते हैं ना किताबी ज्ञान व्यवहारिक जिंदगी में काम ही कहां आता है।manish.bryan wrote: Fri Oct 11, 2024 8:38 am गणित विषय में मुझे सीबीएसई आईसीएसई बोर्ड का नहीं पता लेकिन मैं यूपी बोर्ड से पढ़ाई की है और मैं आज तक उसे शख्स को तलाश रहा हूं जिसने sin ,cos, tan का आविष्कार किया था क्योंकि मुझे उससे पूछना है कि इसका प्रयोग मैं अपने निधि जीवन में या प्रोफेशनल जीवन में कहां पर और कैसे कर सकता हूं।
गणित हल की हमें जीवन में हर कदम पर इसकी उपयोगिता की जरूरत पड़ती है चाहे वह किसी भी तरह का गणितीय आंकड़े का जोड़ घटाव हो या प्रोफेशनल जिंदगी में चीजों का आकलन टैक्स का आकलन आदमी मदद करता है।
सही कहा दीदी आपने गणित का फोबिया तो मुझे भी बहुत जबरदस्त रहा है तारे जमीन पर आ जाते थेBhaskar.Rajni wrote: Tue Dec 03, 2024 11:31 pm गणित तो इतना सर खपाई वाला विषय है कि बस कुछ मत पूछो सबसे ज्यादा हैरानी मुझे गणित के टीचर को देखकर होती है और सच बताऊं तो मुझे डर भी सबसे ज्यादा उसी से लगता है पता नहीं कैसे उन्हें गणित इतनी अच्छी लगी कि वे गणित के टीचर हो गए और यदि इतने ही अच्छे गणित के टीचर हैं तो उन बच्चों को क्यों नहीं सिखा पाए जो गणित में कमजोर है।
यूपी बोर्ड में एक बात बहुत अच्छी थी हमारे जमाने में शायद अभी हो कि वहां पर सिर्फ आठवीं क्लास तक ही मैथ कंपलसरी विषय था। उसके बाद जो बच्चे साइंस लेना चाहते थे उन्हें ही मैथ मिलता था। बाकी आर्ट साइड वाले बच्चे मैथ से निजात निजात पा जाते थे।Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:27 pmसही कहा दीदी आपने गणित का फोबिया तो मुझे भी बहुत जबरदस्त रहा है तारे जमीन पर आ जाते थेBhaskar.Rajni wrote: Tue Dec 03, 2024 11:31 pm गणित तो इतना सर खपाई वाला विषय है कि बस कुछ मत पूछो सबसे ज्यादा हैरानी मुझे गणित के टीचर को देखकर होती है और सच बताऊं तो मुझे डर भी सबसे ज्यादा उसी से लगता है पता नहीं कैसे उन्हें गणित इतनी अच्छी लगी कि वे गणित के टीचर हो गए और यदि इतने ही अच्छे गणित के टीचर हैं तो उन बच्चों को क्यों नहीं सिखा पाए जो गणित में कमजोर है।मैथ का नाम सुनते ही। गणित मेरे लिए उतना ही है कठिन है जैसे सूरज पर पहुंचना
गणित की संख्या है तो मेरे सर पर नाचती हैं स्कूल टाइम पर यही होता था
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यह मैथ ने एक आदमी का सर नहीं खाया सबका ही खा रखा है और इसमें कितनी चीज ऐसी हैं जो कि व्यवहारिक जिंदगी में काम ही नहीं आती पता नहीं क्यों यह मैथ के फार्मूले और ऊपर से पहाड़े... जब उत्तर मिलाने लगते पेपर के बाद तब बाकी बच्चों का उत्तर एक हमारा उत्तर कुछ औरSarita wrote: Wed Dec 04, 2024 8:40 pm गणित ऐसा विषय है उसके नाम से मेरा सर दर्द हो जाता है और सब्जेक्ट आता है तो खुशी होती थी गणित का विषय होता तो इधर से सर पढ़ते थे और सर से निकल जाता तो सब पड़ा होगा पढ़ा हुआ बेकार जाता था जितना हम गणित मे मार खाई है इतनी तो मम्मी से नहीं है झाड़ू लगाने में नहीं खाई इतनी तो गणित में मार खाई सर से![]()