होम लोन और कार लोन सस्ता होने का इंतजार कर रहे लोगों को थोड़ी निराशा हो सकती है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि अभी इंटरेस्ट रेट में कमी करना जल्दबाजी और बहुत-बहुत रिस्की होगा
शशिकांत दास जो भारतीय गवर्नर पद पर बैठे हुए हैं काफी बुद्धिमान है और उन्हें पता है कि वर्ष के अंत में सबसे ज्यादा कारों की बिक्री होती है क्योंकि दुनिया भर के त्यौहार आखिरी महीने में आते हैं ऐसे में कर लोन में कोई भी कटौती करने से आरबीआई ने जिस तरह सख्त मना किया है इससे मुझे नहीं लगता कि कर खरीदने वालों को किसी भी तरह से इसमें कोई कम दिलचस्प दिखाएगा।
वैसे भी आरबीआई रेपो रेट और कुछ टैक्स स्लैब्स में रियायत देकर हल्का-फुल्का ही फायदा दे सकती है लेकिन त्यौहार ही सीजन में कंपनियां आरबीआई गवर्नर से ज्यादा समझदार है और ग्राहकों को खोने का कोई भी मौका नहीं करवाएंगे क्योंकि मार्केट में प्रतिस्पर्धा की हॉल लगी हुई है और ऐसे में ग्राहक ऐसे उचित मौके को नहीं घूमेंगे ना ही कर कंपनियां निर्माण की गई कार्य को अपने कंपनियों में रखने का बेवकूफी दिखाएगा।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"