दूरी का एहसास
तुम दूर हो फिर भी पास हो,
दिल में तुम, मेरी धड़कन हो।
साथ नहीं हो फिर भी हर पल,
तुम मेरी आँखों की चमक हो।
समय की दीवारें हमसे दूर हैं,
मगर हमारे बीच कोई दूरी नहीं।
तुम्हारी यादों का साया है हमेशा,
हर कदम, हर रास्ता तुम्हारे साथ है।
कभी खतों में, कभी बातों में,
हम अपनी कहानियाँ ढूँढ़ लेते हैं।
चाँद से बातों में तुम्हारी मुस्कान,
मेरे दिल को सुकून दे जाती है।
दूरी चाहे जितनी हो हमसे,
दिल के रिश्ते कभी नहीं टूटते।
हम दोनों का प्यार, न कोई सीमा,
न कोई समय उसे रोक सकता है।
ख्वाबों में जीते हैं, उम्मीदों में रहते हैं,
तुमसे मिलने की राहों में बिछड़े हैं।
एक दिन ये दूरी खत्म होगी,
हमारी मुलाकात से हर दूरी सिमट जाएगी।
Long
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Re: Long
आपकी यह कविता बहुत ही सुंदर और भावनाओं से भरी हुई है। इसमें प्यार, यादें और इंतज़ार को बहुत अच्छे से बताया गया है। दूर रहने के बाद भी दिल से जुड़े रहने की बात इसे खास बनाती है। शब्द सरल हैं लेकिन उनकी गहराई बहुत महसूस होती है।