पंचतंत्र और अन्य पुरानी भारतीय कहानियाँ

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यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
Harendra Singh
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शेर और उसका परछाईं का डर
एक बार जंगल में एक शेर ने अपनी परछाईं देखी। उसने सोचा, "यह परछाईं मुझसे बड़ी कैसे हो सकती है? यह मुझसे भी ताकतवर जरूर होगी।"
डर के कारण शेर ने शिकार करना छोड़ दिया और भूखा रहने लगा। तभी एक चतुर लोमड़ी ने कहा, "यह परछाईं तुम्हारी ताकत का ही प्रमाण है। अगर तुम अपनी क्षमता को पहचानो, तो कोई तुम्हें हरा नहीं सकता।"
शेर को समझ आ गया और उसने दोबारा आत्मविश्वास हासिल किया।
सीख: डर से बड़ा कोई दुश्मन नहीं।

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Harendra Singh
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कछुए का सोने का सपना
एक कछुआ हर समय शिकायत करता, "काश मेरे पास भी पक्षियों जैसे पंख होते। तब मैं उड़ सकता।" एक दिन उसने एक जादुई सपना देखा, जिसमें उसे पंख मिल गए।

पंखों के साथ उड़ते समय वह इतना मस्त हो गया कि एक ऊँचाई से गिरकर चोटिल हो गया। वह समझ गया कि प्रकृति ने उसे जो दिया है, वह उसी के लिए सबसे अच्छा है।
सीख: अपनी खूबियों को समझें और संतोष रखें।
Harendra Singh
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पेड़ और घोंसले की दोस्ती
एक पुराना पेड़ जंगल में खड़ा था। एक चिड़िया ने वहाँ घोंसला बनाया। पेड़ ने कहा, "तुम मेरे ऊपर रहती हो, क्या तुम बदले में मुझे कुछ दोगी?"
चिड़िया बोली, "मैं तुम्हें हर दिन एक गीत सुनाऊँगी।"

पेड़ ने चिड़िया की मधुर आवाज़ से खुशी महसूस की। कुछ दिनों बाद तेज़ आंधी आई, लेकिन पेड़ ने चिड़िया का घोंसला गिरने नहीं दिया। दोनों के बीच सच्ची दोस्ती हो गई।
सीख: सच्चे रिश्ते लेन-देन से नहीं, भावनाओं से बनते हैं।
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गिलहरी और उसकी मेहनत का फल
एक गिलहरी ने अपनी सर्दियों की तैयारी के लिए दिन-रात मेहनत की। उसने ढेर सारे मेवे जमा किए। एक आलसी बंदर ने उसका मजाक उड़ाया।
सर्दी आई, और बंदर खाने की तलाश में भटकता रहा। गिलहरी ने उसकी मदद की और कहा, "मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।"
सीख: मेहनत का महत्व समझें।
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मेढक और पत्थर की चुनौती
एक मेढक ने एक बड़े पत्थर को देखकर कहा, "तुम्हारी जगह मैं होता, तो पूरी नदी रोक देता।"
पत्थर हँसकर बोला, "अगर तुम अपनी ताकत का सही उपयोग करो, तो छोटी-छोटी लहरों को पार कर सकते हो। बड़ा बनने की बजाय उपयोगी बनो।"
मेढक ने सीख लेकर दूसरों की मदद करनी शुरू की।
सीख: अपनी भूमिका को समझें और उसे अच्छे से निभाएँ।
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काले कौवे की सच्ची सुंदरता
एक सफेद बगुले ने एक काले कौवे का मजाक उड़ाया। उसने कहा, "तुम कितने बदसूरत हो!"
कौवे ने उत्तर दिया, "मेरे काले पंख मुझे किसी भी खतरे से छिपने में मदद करते हैं। मेरे लिए यह सुंदरता से ज्यादा महत्वपूर्ण है।"
बगुले को एहसास हुआ कि हर किसी की सुंदरता अलग होती है।
सीख: हर किसी की अलग विशेषता का सम्मान करें।
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लोमड़ी और बूढ़ा कछुआ
एक भूखी लोमड़ी एक बूढ़े कछुए को देखकर सोचने लगी, "इसे खाना आसान होगा।"
कछुए ने अपनी कठोर खोल में छिपकर कहा, "मुझे खाना चाहती हो, तो धैर्य रखो।"
लोमड़ी ने पूरा दिन इंतजार किया, लेकिन कछुआ नहीं निकला। अंत में लोमड़ी थककर चली गई।
सीख: धैर्य से बड़ी मुश्किलें हल हो जाती हैं।
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तोता और किसान का झूठ
एक तोता हर दिन किसान के खेत में आता और गाना गाता। किसान ने झूठ बोलकर कहा, "तुम्हारे गाने से मेरी फसल खराब हो रही है।"
तोता दुखी होकर चला गया। लेकिन कुछ समय बाद किसान को एहसास हुआ कि तोते का गाना फसल को पक्षियों से बचाता था। उसने तोते से माफी मांगी।
सीख: सच्चाई हमेशा बेहतर परिणाम देती है।
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चूहा और बड़ा अनाज का दाना
एक छोटा चूहा एक बड़ा अनाज का दाना देखता है। वह सोचता है कि इसे अकेले खा लेगा।
दाना इतना बड़ा होता है कि वह उसे घसीट भी नहीं पाता। तभी उसके दोस्त आते हैं और मिलकर दाना लाते हैं।
सीख: सहयोग से बड़े काम भी आसान हो जाते हैं।
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उल्लू और चिड़ियों का झगड़ा
जंगल में चिड़ियाँ और उल्लू का झगड़ा था कि कौन ज्यादा समझदार है।
एक चिड़िया ने उल्लू से पूछा, "तुम रात में क्यों जागते हो?"
उल्लू ने कहा, "क्योंकि मैं अंधेरे में रास्ता देख सकता हूँ। हर किसी की समझदारी अलग होती है।"
सीख: दूसरों की विशेषताओं का सम्मान करें।
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