इतना मुश्किल क्यों है मन की बात कहना
क्या आंखों से सब कुछ कहा नहीं जा सकता
वह जो इतना करीब रहता है हमेशा हमारे
वह मन की बात कहे बिना समझ नहीं सकता
हमेशा यही होता है मन की बात मन में ही दबी रह जाती है
और कहानी अधूरी
निभाने वाले के बीच दूरियां कभी नहीं आती
जिनको रिश्ता निभाना होता वो हर हाल में निभा जाते है
यह सब कुछ नियत और विश्वास पर ही निर्भर करता है
कभी पास रह कर ही लोग एक दूसरे से दूर हो जाते है
कभी दूर रह कर ही एक दूसरे का साथ निभा जाते है
मुझे लगता है हर इंसान की लाइफ में एक ऐसा वक्त जरूर आता है जब वह उस दर्द से गुजरता है जो उसे प्यार से मिला होता है जब वह थक जाता है गुस्सा करके देख लिया प्यार करके देख लिया लेकिन उसे इंसान को कुछ समझ में नहीं आ रहा उसे इंसान को लगता है आपका कोई फर्क नहीं पड़ता पर पड़ता है भाई बस कुछ कहने का मन नह ...
जब पुकारना हो मुझे मेरा नाम भूल जाता है
उसे इश्क तो आता है पर करना भूल जाता है
और उससे कह दो यूं मुस्कुरा कर ना देख मुझे
यह दिल पागल है धड़कना भूल जाता है
पता है जो हर वक्त आपसे आपका वक्त मांगते हैं ना लड़ते हैं आपसे आपके टाइम के लिए और आप उन्हें टाइम नहीं दे पाते एक दिन वह खामोश हो जाएंगे पता है एक दिन वह आपका वक्त मांगना छोड़ देंगे और तब आपको एहसास होगा कि आपने क्या छोड़ दिया और पता है उसके बाद आप कुछ भी सुधार नहीं पाएंगे क्योंकि होगा क्या ना त ...
दो मूर्ख जब आपस में बात करते हैं ना बात समझदारी की होती है लेकिन मूर्खतापूर्ण होती है ऐसा लगता है मानो वह बहुत गंभीर समस्या पर विचार कर रहा है मानो देश की भाग दौड़ उनके ही हाथ में परिवार की सुख शांति उसका वैभव सब कुछ उन्हें पर निर्भर कौन क्या कर रहा है उनसे ज्यादा ज्ञानी कोई संसार में नहीं है इसक ...
जब परिवार की बात होती है तो दिमाग नहीं दिल की बात होती है , संयुक्त परिवार ही उपयुक्त होते है परन्तु कई खामियों के कारण एकल परिवार व्यवस्था बढ़ने लगी नयी पीढ़ी की जब आंखें खुली तो उन्हें संयुक्त परिवार भाने लगा ,वे वहां भी अपना फायदा ही देखते रहें ' जब बात फायदे नुकसान की होगी तो परिवार की धारणा ह ...
मुझे हमारा रिश्ता समझ नहीं आ रहा है हम है क्या आखिर ये साफ नजर नहीं आता 🏵️💕 कभी लगता है जैसे दोस्त हूं कभी दोस्ती से बढ़कर कभी लगता है कुछ है बीच हमारे कभी बिल्कुल परे कभी तुम ऐसे बात करती हो जैसे स्पेशल हूं मै कभी इतना इग्नोर करती हो जैसे कुछ हु ही नहीं मैं कभी लगता है तुम इंटरेस्टेड हो मेरी बात स ...