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- Tue Dec 03, 2024 3:54 pm
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Re: बरसात की रिमझिम
बरसात के दिनों में पॉपकॉर्न बनाना और सभी परिवार वालों के साथ आनंद के साथ खाना उन दिनों की तो बात ही अलग है
- Tue Dec 03, 2024 3:52 pm
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Re: बरसात की रिमझिम
बरसात के दिनों में कागज की नाप चलाने का मजा ही कुछ और था स्कूल से आने के बाद कागज की नाव बनाकर कर पानी में चलते थे वह काफी अच्छा लगता था
- Tue Dec 03, 2024 3:50 pm
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Re: बरसात की रिमझिम
बरसात खत्म होने के बाद तो प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है स्पष्ट दिखाई देती हैं हरियाली भी स्पष्ट दिखती है और सुंदरता बढ़ जाती है
- Tue Dec 03, 2024 3:49 pm
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Re: बरसात की रिमझिम
बरसात के मौसम में बहुत अच्छा लगता है चाय के साथ पकौड़े खाने की तो बात ही अलग है
- Tue Dec 03, 2024 3:48 pm
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Re: बरसात की रिमझिम
बरसात के मौसम में जब हम स्कूल से आते थे रास्ते में और काफी मौज मस्ती करते थे घर आने पर सारे कपड़े उन दिनों की तो बात ही अलग है
- Mon Dec 02, 2024 8:22 pm
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Re: सोमवार की बेचैनी
हां... शनिवार कई लोगों के लिए सबसे अच्छा होगा... लेकिन मेरे लिए, शुक्रवार रात सबसे अच्छी होती है, दरअसल मैं पूरी शुक्रवार रात फिल्में देखना पसंद करता हूं... रविवार शाम से मेरी बैटरी डाउन होनी शुरू हो जाती है, सोमवार के बारे में सोचते हुए।
आपने सही कहा सर जी सोमवार की तो बात ही अलग थी सुबह-सुबह जल ...
- Mon Dec 02, 2024 8:05 pm
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Re: सोमवार की बेचैनी
हमें आज भी याद है जब संडे आता था और जब मंडे आता था तो स्कूल जाने के लिए सुबह जल्दी तैयार होना पड़ता था और लगता था पूरा दिन खेलने के बाद मंडे कब आ जाता था पता ही नहीं लगता था वह दिन अलग थे
- Mon Dec 02, 2024 8:03 pm
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Re: सोमवार की बेचैनी
शनिवार और संडे खत्म होने के बाद सोमवार के दिन से वीक की नई शुरुआत भी होती है जिससे कि मन में उत्साह रहता है और हमें काम करने की नई ऊर्जा मिलती है